आसमाँ यह नीला,घना जंगल है हरा,सदा बहती नदियाँ,ताजी है हवा। चेहरे पर है मुस्कान,मन को मिला है आराम,यह जंग नहीं थी आसान,न जाने किस-किस का है बलिदान! अंग्रेजों के उड़ाके होश,किया उन्हें ख़ामोश,नया है यह जोश,दिल से बन गए सरफ़रोश! यह उजियाला है ख़ास,है उसमें आज़ादी की मिठास,ग़ुलामी का हुआ है विनाश,इस बात का हैContinue reading “तिरंगा लहराए 🇮🇳”
